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Showing posts from February, 2023

प्रेरक कलात्मक उर्जा से लबालब व प्रभावी रेखांकनों की संग्रहणीय पुस्तक “लयात्मक रेखांकन” : दिलीप दवे

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वरिष्ठ विख्यात चित्रकार व कला गुरू डॉ. नाथूलाल वर्मा विश्व विख्यात गुलाबी नगरी जयपुर के कला जगत में वर्षों से साधनारत है। उन्होंने अपनी कला यात्रा में विभिन्न विषयों पर समय समय अति प्रभावी व सुंदर रेखांकन तैयार किये हैं, उन्हीं रेखांकनो का संग्रहणीय अनुठा संग्रह “लयात्मक रेखांकन” के रूप में हाल ही में प्रकाशित होकर कला जगत के सामने आया है। चित्रकार ने अपने विभिन्न विषयों पर अनेक माध्यमों से रेखांकन कर अपनी चित्रण व सृजन क्षमता को मज़बूत आधार प्रदान किया हैं, इन में देवी देवताओं व पुराणिक संदर्भ, धार्मिक/पौराणिक, वन्यजीवों, पालतू जानवरों, प्राचीन स्मारकों, पक्षियों, व्यक्ति चित्रों आदि विषयों पर अनुपम रेखांकन कर “सुंदर कलात्मकता व उम्दा अलंकरण के साथ चित्रकार डॉ. नाथूलाल वर्मा ने भारतीय चित्रण कला की विधा को आगे बढ़ाया” और अब उनकी प्रतिभा प्रस्तुत पुस्तक में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही हैं, “लयात्मक रेखांकन” में चित्रकार के बेहतरीन 225 से अधिक विभिन्न विषयों पर रेखांकनों को एक साथ देखने का अनुभव यक़ीनन अनोखा व ज्ञानवर्धक हैं। कला साधना के नियमित रियाज़ और तन्मयता के चित्रकार डॉ. नाथूला...

मथेरण कला और बीकानेरी लोक देवता गोधा बाबा : योगेंद्र कुमार पुरोहित

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  श्री मरूनायक मंदिर बीकानेर - होली लोक परंपरा लोक अपनी परिभाषा स्वयं रचता है वो समय की मांग और आवश्यकता के आधार पर नए किरदार भी रच लेता है समाज को सही दिशा दिखाने को। इसी बात का एक और प्रमाण सामने आया मथेरण कला के चित्रकार / कलाकार श्री मूलचंद महात्मा (मथेरण परिवार बीकानेर का सदस्य) के द्वारा। चित्रकार / कलाकार श्री मूलचंद महात्मा ने मुझे सूचित किया की इन दिनों बीकानेर के श्री मरूनायक मंदिर (वैष्णव सम्प्रदाय) में एक दो सौ साल पुराने कागज लुगदी (पेपर मेसी) में बने मूर्ति शिल्प के जीर्णोद्धार के कार्य में व्यस्त हूँ, आप आकर देखे। मैंने समय निकला और पहुंचा बीकानेर के मोहता चौक स्थित श्री मरूनायक मंदिर में। मुझे प्रथम बार ही ये अवसर मिला की मैं मरूनायक मंदिर में प्रवेश कर पाया बीकानेर में रहते हुए भी। हजारों बार उस मंदिर के आगे से गुजरा हूँ पर अंदर जाने का कोई कारण नहीं बना था अब से पहले।  मैं पिछली प्रोल (बड़ा लकड़ी का दरवाजा) से मंदिर परिसर में दाखिल हुआ और वहाँ देखा की चित्रकार श्री मूलचंद महात्मा व्यस्त थे दो सौ साल पुराने एक मूर्तिशिल्प को साफ़ करने में जो की जीर्णशीर्ण अवस्थ...

कलात्मक अभिव्यक्ति के माध्यम से सेलिब्रेट किया वैलेंटाइन सप्ताह : संदीप सुमहेन्द्र

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आगंतुक आर्ट ट्यून व  विनीता आर्ट्स  द्वारा अनूठे  कला शिविर  का  आयोजन   जयपुर में आगंतुक आर्ट ट्यून व विनीता आर्टस द्वारा दो दिवसीय वैलेंटाइन वीक का अनूठा आयोजन किया, जिसमें वैलेंटाइन वीक कों अलग अंदाज में मनाया गया, गुलाबी नगरी में ऐसा आयोजन संभवत पहली बार किया गया है, जिसमें शहर के कपल पेंटिंग आर्टिस्ट ने "कमल तलाई कैफे" में लाइव पेंटिंग बना अपनी सृजनात्मकता को चित्रित किया, सभी चित्रकारों ने वैलेंटाइन वीक कों ध्यान में रखते हुवे इस कला शिविर में अपनी सृजनात्मकता द्वारा रंगों और कुंची से प्रेम का संदेश देने का प्रयास किया। आगंतुक आर्ट ट्यून से अरिजीत मुख़र्जी ने बताया कि इस अनूठे कला शिविर में स्वप्निल टांक-अभिलाषा भारतीय, मोनिका देवी-सुरजीत सिंह, अरिजीत सरदार-मधु सैनी, पूजा भार्गव-प्रशांत भार्गव, शिवलाल-सुनीता राव, दुर्गेश अटल, पूजा पूरी इस कला शिविर के प्रमुख कलाकार थे। अगले दिन सभी कलाकृतियों कों कमल तलाई कैफे में प्रदर्शित किया गया, इस प्रदर्शनी का उद्घाटन श्री पंकज ओझा (सीनियर आर.ए.एस ) श्री बी.के. दत्ता (कला महोत्सव के संस्थापक) एवं सुहास दत्ता (व...