यूनानी साहित्य में रामसेस।। को ‘ओजीमेन्डियास’ कहा गया है।
Ozymandias
प्राचीन मिश्र की
कला मनुष्य के मृत्यु के बाद के जीवन के इर्द गिर्द घूमती है। मृत्यु के बाद भी ‘का’ जीवित रहती है इसी सोच के कारण विशाल आकार के पिरामिडों का निर्माण कर उसमें
‘ममी’ को सुरक्षित रखा जाता था।
विशालता एवं स्थायित्व
कला का मुख्य ध्येय था जो कठोर पत्थर में बनाई गयी मूर्तियों में
परिलक्षित होता है।
प्राचीन मिश्र के नव साम्राज्य काल में महान
शक्तिशाली ‘फराहो’ हुआ था- रामसेस॥ अपनी विजयों से एक विशाल साम्राज्य के
निर्माण के साथ-साथ विशाल मंदिरों एवं मूर्तियों का निर्माण उस काल में हुआ। मोजेज
का मिश्र से पलायन भी संभवत: उसी काल में हुआ था।
यूनानी साहित्य में इसी रामसेस।। को ‘ओजीमेन्डियास’ कहा गया है। थीब्ज के उसके मोर्चरी मंदिर से
उसकी एक खंडित मूर्ति ब्रिटिश म्यूज़ियम ले ज़ायी गई थी इसी पर ब्रिटिश रोमांटिक
कवि ‘शैली’ ने Ozymandias कविता लिखी।
कवि एक यात्री के माध्यम से फराहो की मूर्ति
का वर्णन करता है साथ ही यूनानी इतिहासकार डायोडोरस सिक्यूलस के उस उध्दरण को
कविता में शामिल करता है जो उस लेख के संबंध में है जिसे इतिहासकार ने मूर्ति के
आधार पर देखा था।
King of kings Ozymandias I am
King of kings Ozymandias I am
If
any want to know how great I am
And
where I lie
Let
him outdo me in my work
दूर तक फैले
रेगिस्तान के बीच पत्थर से बने दो पैर सीधे खड़े है। थोड़ी दूरी पर
मिट्टी में धँसा हुआ मुख है,जिसके सिकुड़े हुए होंठ एवं आततायी भाव में शिल्पकार का हुनर और क्षमता दिखाई
देती है, सब कुछ नष्ट हो
गया, सिर्फ़ कला शेष है किन्तु
वह भी खण्डित है, अमर नहीं
है।कविता में कवि दो विपरीत भावों को साथ रखता है।एक ओर लेख के माध्यम से मनुष्य
का गर्व, अपराजित होने का
दंभ है, दूसरी ओर प्रकृति
की शक्ति, विशालता है जिसने
उसके दंभ के टुकड़े-टुकड़े करके अपने में समाविष्ट कर लिये।कवि शब्दों को अधिक
महत्व दे रहा है। लेख ने ही उस मूर्ति को पहचान दिलाई है-King of the kings
Ozymandias.
लेखिका: डॉ. प्रतिभा यादव
पूर्व प्राचार्य, राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट्स,
जयपुर
Good information about Art 🙏 Thanks for sharing
ReplyDeleteHistory is very surprising for us ,we can predict about history .we can't know accurate condition . But this artical is showing a research of art and culture of Egypt..so thanks to you ..
ReplyDeleteThank you so much for sharing...
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteThanks for this article
Thanks
ReplyDeleteI wish it was not so short an article
लेख में विस्तार की अपेक्षा है
ReplyDeleteनवीन जानकारी बेहतरीन।🙏
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