राजस्थान के युवा चित्रकार लाखन सिंह जाट की सृजनात्मक चित्रण अभिव्यक्ति : संदीप सुमहेन्द्र

 संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार की और से जूनियर रिसर्च फेलोशिप मे चित्रकला के लिए राजस्थान से युवा चित्रकार लाखन सिंह जाट का चयन हुआ, यह फेलोशिप 2019-2020 के लिए दी गई थी लेकिन कोविड के चलते इसे जनवरी -2021 मे प्रदान किया गया। इस फेलोशिप के तहत 10,000/- रूपये प्रति माह इन्हें दिए जाएंगे दो वर्ष तक।

फेलोशिप और चित्रण के बारे में चर्चा के दौरान लाखन ने बताया कि मेरी कलाकृतियाँ मेरे गाँव में मौजूद विडंबना को दर्शाती हैं, जो स्पष्ट रूप से दुनिया के वर्तमान परिदृश्य को दर्शाती है, पूरा देश समान रूप से व्यथित और संघर्षरत हैं, सही मायने में एक "वैश्विक गाँव"।

समकालीन कला एक कलाकार की गहरी वैचारिक अभिव्यक्ति है, जिसके माध्यम से दुनिया को देखने के नए तरीके सामने आते हैं। चित्रों द्वारा मेरी कलात्मक अभिव्यक्ति,  मेरी अपनी चित्रण शैली लगातार विकसित हो रही है, वर्तमान परिपेक्ष्य में मेरी जो भी अवधारणा है, मैं उस तथ्य से गहराई से प्रभावित हूं कि मूल और निरपेक्ष बने रहने के लिए हमें अपने जीवन में "गांव के जीवन" को अपनी जड़ों की ओर लौटने के साधन के रूप में रोमांटिक करना होगा।

चेहरे के भावों का नियंत्रित प्रतिपादन, रंग संतुलन के लिए अग्रिम अनुभव, इस फैलोशिप के मिलने के बाद मैं अपने चित्रण अभिव्यक्ति मे बहुत नये सृजनात्मक आयाम रच सकूंगा। मै अपने चित्रों मैं अपने गांव में गुजारे अपने बचपन की यादों को, गांव के जीवन को, गांव की संस्कृति व रहन सहन, वहां की आबो-हवा, प्राकृतिक वातावरण, जीव जन्तु जो अब धीरे धीरे लुप्त होते जा रहे हैं। गांव में पहले और अब के जीवन मैं जो बदलाव आये हैं वे सभी मेरे चित्रों के प्रिय विषय रहें है।

लाखन सिंह राजस्थान की प्रतिष्ठित कला संस्था राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट्स, जयपुर से 2009 मे (BFA और MFA) कर अपनी कला शिक्षा पूर्ण कर और अब स्वतंत्र चित्रकार के रूप में निरंतर अपना सृजन कार्य कर रहे है। वर्तमान में जयपुर इनकी कर्मस्थली है, राज्य में होने वाले सभी कला आयोजनों में प्रमुखता से भागीदारी करते है साथ ही नए कलाकारों को भी उनकी कला को निखारने में पूर्ण सहयोग करते है।

लाखन बहुत मिलनसार और हंसमुख स्वभाव के धनी है, कला चर्चाओं में अपनी बात को प्रमाणिकता के साथ कहने की विलिक्षण प्रतिभा भी इनमें कुट कुट के भरी है। 

कलावृत्त परिवार की और से आपके रचनात्मक सृजन के लिए बहुत बहुत शुभकामनाएं, आप निरंतर प्रगति कर कला जगत में राजस्थान और देश का नाम आगे बढ़ते रहे और साथ ही नई पीढ़ी के नव चित्रकारों एवं कला विद्यार्थियों का मार्गदर्शन भी करते रहे।






Comments

  1. Nice and congratulation lakhan.....

    ReplyDelete
  2. बहुत ही सुंदर समीक्षा

    ReplyDelete
  3. Bahut sundar
    अति सुन्दर

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट में स्तरीय सुधार हेतु कला शिक्षकों, पूर्व छात्रों, वरिष्ठ चित्रकारों से चर्चा एक सार्थक पहल : संदीप सुमहेन्द्र

कलाविद रामगोपाल विजयवर्गीय - जीवन की परिभाषा है कला : डॉ. सुमहेन्द्र

कला के मौन साधक एवं राजस्थान में भित्ती चित्रण पद्धति आरायश के उन्नायक प्रोफेसर देवकीनंदन शर्मा (भाग-03)